मोमिन

  • मोमिन की मेराज

    आयतुल्लाह ख़ामेनई के बयान की रौशनी में

    मोमिन की मेराज

    रमज़ानुल मुबारक एक अवसर है अल्लाह की तरफ़ ध्यान देने के लिये, साल के अकसर दिनों में दुनिया की चीज़ें और हमारे अन्दर की इच्छाएं हमें पनी तरफ़ खींचती रहती हैं और हम ख़ुदा को भूल जाते हैं, इसी लिये अल्लाह तआला ने रमज़ान को स्पेशल इस लिये रखा है कि इस महीने में इन्सान ख़ुदा को याद करे और अपनी आत्मा को ऊपर की तरफ़ ले जाए, ख़ुदा से क़रीब हो

  • मोमिन व मुनाफ़िक़ में अंतर।

    पैग़म्बरे इस्लाम स.अ फ़रमाते हैं कि मोमिन पहले सलाम करता है जबकि मुनाफ़िक़ कहता हैः मुझे सलाम किया जाए।