ईसाइयों के सबससे बड़े धर्मगुरु पॉप फ्रांसिस को उनकी इराक यात्रा के दौरान आत्मघाती हमलों से निशान बनाने की साजिश का खुलस उनकी आगामी जीवनी मे किया गया है । पॉप फ्रांसिस 17 दिसंबर को 88 साल के हो गए। इस अवसर पर उन्होंने ऐसे खुलासे किए जो उन्होंने शायद ही कभी किए हों।
उनकी आगामी आटोबायोग्राफी के अनुसार, सुसाइड अटैकर्स ने उनकी 2021 की इराक यात्रा के दौरान उन पर हमला करने की योजना बनाई थी, लेकिन हमला करने से पहले ही वे मारे गए। इतालवी दैनिक कोरिएरे डेला सेरा ने इतालवी लेखक कार्लो मुसो द्वारा लिखित "होप: द ऑटोबायोग्राफी" के अंश पब्लिश किए हैं।
तीन साल पहले, मार्च 2021 में इराक की अपनी ऐतिहासिक यात्रा के दौरान वे आत्मघाती हमलावरों के निशाने पर थे. यह उनके 11 साल के कार्यकाल में सबसे जोखिम भरी विदेशी यात्राओं में से एक साबित हुई।
अखबार के मुताबिक इराक की राजधानी बगदाद पहुंचने पर पुलिस ने उन्हें सूचित किया था कि कम से कम दो आत्मघाती हमलावर उनके एक कार्यक्रम को निशाना बनाने की योजना बना रहे थे।