वैज्ञानिकों की टीम ने बैक्टीरिया को अत्यधिक कुशल विद्युत सूक्ष्मजीव बनाने के लिए संशोधित करने के लिए बाह्यकोशिकीय इलेक्ट्रॉन स्थानांतरण (ईईटी) नामक एक प्रक्रिया का उपयोग किया।
जोल जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, शोधकर्ता ई. कोली में ईईटी का एक पूरा मार्ग बनाने में सक्षम थे, जो पहले कभी नहीं किया गया था।
संस्थान के प्रोफेसर अर्दिमिस बोघोसिन ने कहा कि शोधकर्ताओं ने ई.कोली बैक्टीरिया को बदलकर बिजली पैदा की। हालाँकि प्राकृतिक रूप से बिजली उत्पन्न करने वाले ये असामान्य सूक्ष्मजीव केवल विशिष्ट रसायन विज्ञान की उपस्थिति में ही ऐसा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ई. कोलाई कई स्थानों पर विकसित हो सकता है, जिसका अर्थ है कि अपशिष्ट जल सहित विभिन्न वातावरणों में बिजली उत्पन्न की जा सकती है।
पिछले तरीकों के विपरीत, जैविक रूप से संशोधित ई. कोलाई विभिन्न प्रकार के कार्बनिक सब्सट्रेट्स का उपयोग करके बिजली उत्पन्न कर सकता है।