प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, रविवार की सुबह-सुबह इसरो ने यह जानकारी दी कि उसके टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) ने आदित्य एल 1 सफलतापूर्वक अगली कक्ष में पहुंचाया। अभियान के दौरान मॉरीशस, बेंगलुरु, एसडीएससी-शार और पोर्ट ब्लेयर में इसरो के ग्राउंड स्टेशनों ने उपग्रह पर नज़र बनाए रखी गई। उन्होंने बताया कि नई कक्ष 296 किमी गुणा 71767 किलोमीटर है। अगली चौथी कक्ष में प्रवेश के लिए 15 सितंबर का दिन निर्धारित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने दो सितम्बर को अपने पहले सूर्य मिशन आदित्य एल1 को सूर्य और अंतरिक्ष के अध्ययन के लिए प्रक्षेपित किया था। यह सूर्य मिशन पृथ्वी के सबसे नज़दीक इस तारे की निगरानी करेगी और सोलर विंड जैसे अंतरिक्ष के मौसम की विशेषताओं का अध्ययन करेगा।