ग्रुप बी2 शिखर सम्मेलन कल से दिल्ली में शुरू हो रहा है। ग्रुप बी की बैठक के लिए दिल्ली पूरी तरह तैयार है। इस बैठक में चीन और रूस के राष्ट्रपति हिस्सा नहीं लेंगे। चीन का प्रतिनिधित्व चीनी प्रधान मंत्री करेंगे और रूसी राष्ट्रपति का प्रतिनिधित्व रूसी विदेश मंत्री करेंगे।
गौरतलब है कि यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष ने इस बैठक की सफलता पर संदेह जताया है। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने स्वीकार किया है कि इसकी संभावना कम ही दिखती है कि बैठक में रूस के ख़िलाफ़ संयुक्त बयान पर सहमति बन पाएगी।
रूसी विदेश मंत्री पहले ही कह चुके हैं कि रूस ऐसे किसी भी बयान का समर्थन नहीं करेगा जो मॉस्को की स्थिति को नहीं बताता है।
इन सब बातों के बावजूद भारतीय अधिकारी इस बैठक को अपने देश के लिए बड़ी सफलता बता रहे हैं. उनका कहना है कि ग्रुप 20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी से वैश्विक स्तर पर भारत की राजनीतिक प्रतिष्ठा और बढ़ेगी।