रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सौर अनुसंधान के लिए इस रॉकेट की सफल उड़ान की सराहना की और इसे इसरो की वेबसाइट पर लाइव भी दिखाया गया।
याद रहे कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आदेश पर भारत ने अंतरिक्ष प्रक्षेपण प्रणाली का निजीकरण कर दिया है और वे विदेशी निवेशकों को इस क्षेत्र में निवेश के लिए लाने की कोशिश कर रहे हैं और भारत अगले दस वर्षों में दुनिया के अंतरिक्ष प्रक्षेपण बाजार को पांच गुना बढ़ाने की कोशिश कर रहा है।