AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
गुरुवार

31 अगस्त 2023

11:08:19 am
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नाइजर के यूरेनियम के बाद गैबान के मैगनीज से भी वंचित हुआ फ्रांस

इस बार सैन्य विद्रोह के बाद गैबान में सत्ता परिवर्तन हुआ है जहां मैगनीज के साथ-साथ तेल के विशाल भंडार पाए जाते हैं जिन पर फ्रांस के साथ-साथ यूरोपीय देशों की लंबे समय से नजर थी।


अफ्रीकी देश नाइजर में सैन्य तख्तापलट का सबसे ज्यादा नुकसान फ्रांस को उठाना पड़ा था। फ्रांस के प्रभाव में रहने वाले नाइजर में सत्ता परिवर्तन के फौरन बाद इस देश में पाए जाने वाले यूरेनियम के विशाल भंडारों पर रूस और दूसरे देश का समर्थन करने वाले सैन्य शासको और सत्ता विरोधी दलों के नियंत्रण से फ्रांस पहले से ही चिंतित था कि अब एक और मध्य अफ्रीका देश में सैन्य तख्ता पलट ने उसकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं।

इस बार सैन्य विद्रोह के बाद गैबान में सत्ता परिवर्तन हुआ है जहां मैगनीज के साथ-साथ तेल के विशाल भंडार पाए जाते हैं जिन पर फ्रांस के साथ-साथ यूरोपीय देशों की लंबे समय से नजर थी। यूरोप के लिए नाइजर और गैबान इसलिए भी बेहद महत्वपूर्ण है कि वह रूस पर अपनी उर्जा निर्भरता खत्म करने के लिए इन देशों के साथ अपने रिश्ते मजबूत बनाने की जगत में लगा हुआ था।

गैबन में सत्ता परिवर्तन के फौरन बाद फ्रांस की एक बड़ी खनन कंपनी ने ऐलान किया है वह इस देश में अपनी तमाम गतिविधियों पर रोक लगा रही है। अफ्रीका के मामलों पर बारीकी से नजर रखने वाले लोगों का कहना है कि इस महाद्वीप में इंकलाब की आहट है और वह अब और अधिक समय तक अपने खनिज संपदा और संसाधनों को अतिक्रमणकारियों देश के हवाले करने के लिए तैयार नहीं है।

अफ्रीका में फ्रांस के खिलाफ माहौल बन रहा है। वह अपने मामलों में पेरिस का कोई हस्तक्षेप नहीं चाहते ।दरअसल अफ्रीका के यह देश आजाद होने के बाद भी फ्रांस के प्रभाव से निकल नहीं सके हैं। फ्रांस अपरोक्ष रूप से अब भी इन देशों पर अपनी मनमर्जी थोंपता रहा है और अपने हितों को साधने के लिए अपने मोहरों को सत्ता के शिखर तक पहुंचाता रहा है।