लीबिया की विदेश मंत्री की इटली में अपने ज़ायोनी समकक्ष से मुलाकात के बाद देश में बवाल मच गया है। विदेश मंत्री की इस हरकत को लेकर लोग सड़कों पर उतर आए हैं। लोग इस्राईल के झंडे जला रहे हैं।
नाजला मंगौश और ज़ायोनी विदेश मंत्री एली कोहेन की पिछले हफ्ते इटली की राजधानी रोम में मुलाकात हुई थी। मंगौश ने जब ज़ायोनी विदेश मंत्री से मुलाकात की, तो शायद उन्होंने ये सोचा भी नहीं होगा कि उनकी ये मीटिंग देश को आग में झोंक देगी। मंगौश और एली कोहेन की मुलाकात के बाद से ही देश में प्रदर्शन हो रहे हैं। लीबिया की आवाम अपनी विदेश मंत्री की इस हरकत से खासा नाराज है। कई जगहों पर आगजनी की घटना भी सामने आई है।
लीबिया शुरू से ही फिलिस्तीन का समर्थक मुल्क है। उसने अवैध राष्ट्र इस्राईल को आज तक मान्यता भी नहीं दी। यही वजह है कि जैसे ही ज़ायोनी विदेश मंत्री संग बैठक की खबर आई, वैसे ही विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत हो गई। 1957 के लीबियाई कानून के मुताबिक, इस्राईल के साथ बातचीत करने पर नौ सालों तक जेल की सजा हो सकती है।
रिपोर्ट के मुताबिक़ प्रधानमंत्री की तरफ से बर्खास्त किये जाने के बाद मंगौश एक प्राइवेट प्लेन से तुर्की भाग गयी हैं। जबकि लीबिया के अधिकारीयों की तरफ से कहा जा रहा है कि लीबिया के प्रधानमंत्री दबीबा को इस मुलाक़ात के बारे में पहले से ही जानकारी थी।