29 जुलाई 2023 - 20:04
इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम का नाम और याद समाज में अधिक एकता का कारण बनेगीः अली अकबरी

तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा आज हुज्जतुल इस्लाम मोहम्द जवाद हाज अली अकबरी की इमामत में अदा की गयी।

उन्होंने नमाज़े जुमा के ख़ुत्बों में बल देकर कहा कि इमाम हुसैन अलैहस्सलाम का नाम और याद और कर्बला के दूसरे शहीदों की याद समाज में अधिक एकता का कारण बनेगी और इस परचम के नीचे दिल और विचार एक दूसरे के निकट होंगे।

तेहरान की केन्द्रीय नमाज़े जुमा के अस्थाई इमाम ने शुक्रवार और आशूर के एक साथ पड़ने की ओर संकेत करते हुए कहा कि कर्बला के शहीदों की याद हमेशा दिलों को आध्यात्मिक सुकून और तरुणायी प्रदान करती रहेगी और वह समाज में अधिक एकता व एकजुटता का कारण बनेगी। उन्होंने आशूर के दिन को इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के रास्ते को जारी रखने की दोबारा प्रतिज्ञा का दिन बताया।

इसी प्रकार उन्होंने पवित्र कुरआन के अनादर की ओर संकेत करते हुए कहा कि यह दुश्मनों की ग़लत फह्मी है कि आसमानी धर्मों के अनुसरणकर्ताओं के मध्य फूट डाल देंगे और वे इसमें कामयाब नहीं हुए क्योंकि मुसलमान समस्त आसमानी धर्मों की किताबों का सम्मान करते हैं।

अली अकबरी ने कहा कि अगर वे इस्लामोफोबिया को प्रचलित करना चाहते हैं तो इस्लाम और कुरआन के उनके क्षेत्रों में अधिक फैलने का कारण बनेगा और अगर वे जायोनी शासन का अनुसरण करते हुए फिलिस्तीनी लोगों का नाम प्रभावित करना चाहते हैं तो उन्हें जान लेना चाहिये कि जायोनी शासन के स्तंभों के गिरने की आवाज़ पूरी दुनिया में सुनाई पड़ रही है।

इसी प्रकार तेहरान की केन्द्रीय नमाज़ जुमा के अस्थाई इमाम ने दमिश्क के ज़ैनबिया क्षेत्र में होने वाले विस्फोट की ओर संकेत करते हुए कहा कि इस काम का कोई परिणाम नहीं निकलेगा और लाखों लोग इस रौज़े से श्रद्धा रखते हैं जो इन रौज़ों की सुरक्षा के लिए वे अपनी जान क़ुर्बान कर देंगे। 

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