उन्होंने कहा कि इन प्रतिबंधों के परिणामस्वरूप ईरानी राष्ट्र को न केवल जानमाल का नुकसान हुआ है बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में भी भारी नुकसान हुआ है।
इसी तरह, काज़िम ग़रीबाबादी ने अमेरिका और एमकेओ आतंकवादी समूह की आपराधिक कार्रवाइयों का उल्लेख करते हुए कहा कि इस्लामी इंक़ेलाब के नेता पर जानलेवा हमला, पच्चीस हजार ईरानियों की शहादत, सरदश्त पर रासायनिक बमबारी, ईरानी राष्ट्र के विरुद्ध अमेरिका और आतंकवादियों गिरोह के केवल कुछ क्रूर अपराध हैं।
उन्होंने कहा कि विश्व में साढ़े तीन करोड़ से अधिक लोग संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा मारे गए, जिनमें दो सौ सत्तर करोड़ लाल नागरिक भी शामिल हैं, जबकि साढ़े चार करोड़ लोग वियतनाम युद्ध में और इसी तरह क्यूबा, मैक्सिको इराक, और अफगानिस्तान में अमेरिकियों द्वारा लोगों का नरसंहार किया गया और इन सभी अमानवीय अपराधों के लिए अमेरिका जिम्मेदार है।