अली बहरीन ने रिपोर्ट में किए गए दावे की ओर इशारा करते हुए कहा कि ऐसा दावा करने से साफ पता चलता है कि रिपोर्ट एकतरफा, पक्षपातपूर्ण और असंतुलित है.
उन्होंने कहा कि यह दावा करना कि प्रतिबंध ईरानी लोगों पर लागू नहीं होते हैं और केवल ईरान के कुछ क्षेत्रों को लक्षित करते हैं, पूरी तरह से गलत है और यह दावा ईरानी लोगों के खिलाफ अमानवीय प्रतिबंधों द्वारा बनाई गई वर्तमान स्थिति की कठोरता और तीव्रता का वर्णन नहीं करता है।
जिनेवा में ईरान के राजदूत और स्थायी प्रतिनिधि अली बहरीन ने आगे कहा कि यह दावा संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्टों और दस्तावेजों के साथ-साथ प्रतिबंध लगाने वाले देशों की मान्यता का भी खंडन करता है।