राष्ट्रपति रईसी कहते हैं कि वर्तमान विश्व व्यवस्था बदल रही है।
उन्होंने कहा कि हालात बता रहे हैं कि अमरीका जैसी वर्चस्ववादी शक्तियों का पतन हो रहा है। ईरान के राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी ने बुधवार को निकारागुआ की संसद में यह बात कही।
उन्होंने राष्ट्रों तथा वर्चस्ववादी शक्तियों के बीच इरादे की जंग के बारे में कहा कि वर्चस्ववादी शक्तियां अपने हितों की पूर्ति के लिए विश्व के राष्ट्रों पर अपनी सोच को थोपना चाहती हैं।
इब्राहीम रईसी का कहना था कि मानवाधिकारों की रक्षा, लोकतंत्र और स्वतंत्रता का दावा करने वाले देश क्यों अन्य देशों की जनता की मांगों को अनदेखा करते हैं।
राष्ट्रों के अधिकारों के संदर्भ में राष्ट्रपति रईसी ने फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों के बारे में इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता के एक वक्तव्य का उल्लेख करते हुए कहा कि 70 वर्षों से फ़िलिस्तीनी राष्ट्र पर अत्याचार किये जा रहे हैं। उनको इस बात की अनुमति नहीं दी जा रही है कि वे लोकतांत्रिक ढंग से अपने लिए सरकार का चयन कर सकें। उन्होंने देशों के अतिक्रमण, सैन्य विद्रोह और प्रतिबंधों को वर्चस्ववादी शक्तियों का हथकण्डा बताया जिसे स्वतंत्र राष्ट्रों के विरुद्ध प्रयोग किया जाता है।
ईरान के राष्ट्रपति का कहना था कि पश्चिम देश केवल मौखिक रूप में ही लोकतंत्र का समर्थन और आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष का दावा करते हैं किंतु व्यवहारिक रूप में एसा कुछ नहीं है। अमरीका के राष्ट्रपति चुनाव के प्रचार के दौरान यह बात सामने आई कि अमरीका ने ही दाइश जैसे आतंकवादी गुट को अस्तित्व दिया।
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