यूनान प्रांत के प्रशासन ने अब उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है जिन्होंने मस्जिद को विध्वंस की गतिविधियों से बचाने की कोशिश की, उन्हें राजद्रोह घोषित किया और बाकी राज्य द्वारा उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। राज्य सरकार ने मस्जिद को विध्वंस से बचाने की कोशिश करने वाले सभी लोगों को 6 जून तक सरेंडर करने का आदेश देते हुए कहा है कि तय तारीख तक अधिकारियों के सामने सरेंडर नहीं करने पर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
चीनी सरकार ने मस्जिद विध्वंस प्रक्रिया का विरोध करने वाले सोशल मीडिया पोस्ट भी हटा दिए हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से एक नोटिस जारी किया गया है जिसमें कहा गया है कि सरकारी कार्रवाई का विरोध करने वालों को दंगाई माना जाएगा। इस कार्रवाई को आपराधिक कृत्य माना जाएगा और उसी के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। नोटिस में कहा गया है कि छह जून तक आत्मसमर्पण करने वालों के खिलाफ कुछ नरमी बरती जा सकती है। इस घटना के बाद चीनी पुलिस ने बड़ी संख्या में मुस्लिमों को बंदी बना लिया है। शी जिनपिंग के शासन में कम्युनिस्ट चीन में परेशान मुसलमानों की दुर्दशा बढ़ गई है।