AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
गुरुवार

1 जून 2023

10:20:43 am
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ईरान और तुर्कमेनिस्तान सिर्फ़ दो पड़ोसी ही नहीं, बल्कि रिश्तेदार देश हैं

तुर्कमेनिस्तान की पीपल्स काउंसिल के अध्यक्ष क़ुर्बानक़ुली बरदी मोहम्मदोव ने तेहरान की अपनी यात्रा के दौरान, ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई और राष्ट्रपति सैयद इब्राहीम रईसी के साथ मुलाक़ात की है।

इस मुलाक़ात में ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़मा सैयद अली ख़ामेनई ने एक महत्वपूर्ण ट्रांज़िट कॉरिडोर को पूरा करने के लिए ईरान के दृढ़ संकल्प को व्यक्त किया, जो इस्लामी गणतंत्र के माध्यम से उसके उत्तर में स्थित देशों को ओमान सागर से जोड़ता है।

उन्होंने यह भी कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में ज़मीनी और रेल संचार के महत्वपूर्ण स्थान को देखते हुए हम उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

ग़ौरतलब है कि पिछले दो वर्षों से ईरान और तुर्कमेनिस्तान के रिश्तों में मज़बूती देखने में आ रही है। पिछले साल जून में क़ुर्बानक़ुली के बेटे और तुर्कमेनिस्तान के राष्ट्रपति सरदार बरदी मोहम्मदोव ने भी तेहरान का दौरा किया था। राष्ट्रपति पद संभालने के बाद रूस के बाद उन्होंने ईरान का दौरा किया था।

ईरान और तुर्कमेनिस्तान के रिश्तों में भूगोल और संयुक्त संस्कृति की महत्वपूर्ण भूमिका है। ईरान और तुर्कमेनिस्तान के बीच क़रीब 900 किलोमीटर ज़मीनी और 300 किलोमीटर समुद्री सीमा है। संबंधों को विकसित करने के लिए दोनों देशों के बीच सामान्य भूगोल एक महत्वपूर्ण कारक है।

राष्ट्रपति रईसी और बरदी मोहम्मदोव के बीच बैठक में 5 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए और भूगोल इन समझौतों का मुख्य आधार रहा। दोनों देश ऊर्जा, पानी और बिजली, पारगमन, तकनीकी इंजीनियरिंग सेवाओं के निर्यात और कृषि के क्षेत्र में द्विपक्षीय संबंधों के विकास पर ज़ेर देते रहे हैं।

ईरान-तुर्कमेनिस्तान संबंधों में महत्वपूर्ण बिंदु इन संबंधों पर दोनों देशों का सकारात्मक और रचनात्मक दृष्टिकोण है। कई क्षेत्रों में ईरान और तुर्कमेनिस्तान की एक संयुक्त संस्कृति है। ईरान के उत्तर में तुर्कमेन आबादी की उपस्थिति दोनों देशों की निकटता के कारणों में से एक है और इसने दोनों देशों के नेताओं को एक-दूसरे के साथ नियमित मुलाक़ातें करने के लिए प्रेरित किया है। इस संबंध में, इससे पहले भी इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने ईरान-तुर्कमेनिस्तान संबंधों को अपनाईयत का संबंध कहा था, जिसका उल्लेख रईसी और बरदी मोहम्मदोव की मुलाक़ात में भी किया गया।

तुर्कमेनिस्तान की पीपल्स काउंसिल के प्रमुख के साथ मुलाक़ात में सैयद इब्राहीम रईसी का कहना था कि इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता की बुद्धिमानी व्याख्या के अनुसार, तुर्कमेनिस्तान के साथ हमारा रिश्ता पड़ोसी का नहीं बल्कि रिश्तेदारी का रिश्ता है। उन्होंने कहाः संस्कृति और सभ्यता के क्षेत्र में संवाद किया गया और क्षेत्र में महत्वपूर्ण क़दम उठाए जायेंगे। क्योंकि यह क्षेत्र सांस्कृतिक स्तर में सुधार के लिए भूमि प्रशस्त कर सकता है। तुर्कमेनिस्तान की पीपल्स एक्सपेडिएंसी काउंसिल के प्रमुख का कहना था कि आपके उदाहरण से प्रेरित होकर हमने तुर्कमेनिस्तान में एल्डर्स एंड एक्सपेडिएंसी काउंसिल की स्थापना की है।

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