AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
शनिवार

18 मार्च 2023

3:40:55 pm
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बश्शार असद

अर्दोग़ान को सीरिया और तुर्की रिश्तों की नहीं बल्कि अपनी कुर्सी की फ़िक्र है।

असद ने कहा कि सीरिया से बातचीत करने का अर्दोग़ान का सबसे बड़ा कारन तुर्की के आम चुनाव हैं जबकि तुर्की से किसी भी वार्ता में हमारा सबसे बड़ा मक़सद सीरिया से बाहरी देशों की सेनाओं को निकालना है। हमारा सबसे बड़ा मक़सद सीरिया से तुर्की और अमेरिका की फौजों को बाहर निकालना है।

सीरिया के राष्ट्रपति बश्शार असद ने तुर्की के साथ रिश्ते बहला करने के बारे में बात करते हुए कहा कि तुर्की जब तक सीरिया से अपनी फौजें वापस नहीं बुलाता और दमिश्क़ के खिलाफ अपनी अतिक्रमणकारी नीतियों बंद नहीं करता तब तक अंकारा ओर दमिश्क़ के बीच किसी बातचीत का कोई फायदा नही। 

राष्ट्रपति बश्शार असद ने अर्दोग़ान पर तंज़ कस्ते हुए कहा कि उन्हें सीरिया और तुर्की रिश्तों की नहीं बल्कि अपनी कुर्सी की फ़िक्र है वह तुर्की के आम चुनाव को देखते हुए सीरिया से अच्छे रिश्तों की दुहाई दे रहे हैं ताकि आम चुनावों में इस का फायदा उठा सकें। 

असद ने कहा कि सीरिया से बातचीत करने का अर्दोग़ान का सबसे बड़ा कारन तुर्की के आम चुनाव हैं जबकि तुर्की से किसी भी वार्ता में हमारा सबसे बड़ा मक़सद सीरिया से बाहरी देशों की सेनाओं को निकालना है। हमारा सबसे बड़ा मक़सद सीरिया से तुर्की और अमेरिका की फौजों को बाहर निकालना है। 

उन्होने अर्दोग़ान से मुलाक़ात की संभावना पर कहा कि किसी भी राजनैतिक बैठक का नतीजा निकलना चाहिए। हमारी प्राथमिकता सीरिया से अमेरिका और तुर्क फौजों को निकालना और आतंकियों को मिलने वाली हर मदद को रोकना है। 

तुर्की के रक्षा मंत्री के बयान कि सीरिया में तुर्क फौजों की मौजूदगी का मतलब अतिक्रमण नहीं है, इस पर कड़ा पलटवार करते हुए असद ने कहा कि अगर हमारे देश में दूसरे देश की सेना की ग़ैर क़ानूनी मौजूदगी अतिक्रमण नहीं है तो फिर क्या है ? क्या यह मेहमान नवाज़ी है ? 

असद ने कहा कि तुर्क विदेश मंत्री सिर्फ यही नहीं कि झूठ बोलते हैं बल्कि वह सच को भी छुपाते हैं। वह एक सैनिक हैं और सिपाही को बहादुर होने चाहिए। काश उन में सच बोलने की हिम्मत होती। साल 2000 तक सीरिया तुर्की बॉर्डर पर कोई मुश्किल नहीं थी। लेकिन आज दोनों देशों के बीच जो भी मुश्किलें हैं वह अर्दोग़ान और उनकी सत्ताधारी पार्टी की नीतियों के कारण हैं। 

असद ने कहा कि तुर्की और सीरिया के लोगों को एक दूसरे से कोई मुश्किल नहीं है। मुश्किल है तो सिर्फ तुर्की के सत्ताधारियों की तरफ से, उनके ख़्वाब बड़े हैं और सच्चाई के विपरीत, 

अर्दोग़ान की पलटी मारने की आदतों पर कटाक्ष करते हुए असद ने कहा कि कोई नहीं जनता तुर्की में आम चुनाव के बाद क्या होगा। पूरी दुनिया में कोई भी ऐसा नहीं जो कुछ दिन के लिए ही अर्दोग़ान की गारंटी ले सके। मुझे नहीं लगता कि दुनिया में कोई ऐसा है जो अर्दोग़ान की ज़मानत ले सके कि वह कब क्या करेंगे।