AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
मंगलवार

14 मार्च 2023

5:55:42 pm
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सऊदी अरब और ईरान के रिश्तों से अरब देशों को फ़ायदा, लेबनान और यमन का संकट भी होगा दूर।

लेबनान के कार्यकारी प्रधानमंत्री नजीब मीकाती ने रियाज़ तेहरान रिश्तों के बहाल होने का स्वागत करते हुए कहा कि सऊदी अरब इलाक़े के एक मुख्य और प्रभावशाली देश है। उसकी एक धार्मिक पहचान और पहुँच है। हम ऐसी किसी भी प्रक्रिया का इस्तक़बाल करते हैं जो इलाक़े की मुश्किलों को कम करने में मददगार हो।

लंबे समय से आंतरिक गतिरोध का सामना कर रहे लेबनान को सऊदी अरब ईरान समझौते के बाद संकट से निकलने की उम्मीद हो चली है खासकर इसलिए भी कि इस देश में जारी गतिरोध का एक मुख्य कारण सऊदी अरब भी है। 

लेबनान के कार्यकारी प्रधानमंत्री नजीब मीकाती ने रियाज़ तेहरान रिश्तों के बहाल होने का स्वागत करते हुए कहा कि सऊदी अरब इलाक़े के एक मुख्य और प्रभावशाली देश है। उसकी एक धार्मिक पहचान और पहुँच है। हम ऐसी किसी भी प्रक्रिया का इस्तक़बाल करते हैं जो इलाक़े की मुश्किलों को कम करने में मददगार हो। 

अश्शरक़ अल अवसत से बात करते हुए मीक़ाती ने ईरान और सऊदी रिश्तों पर ख़ुशी जताते हुए कहा कि इस का पूरे इलाक़े और लेबनान पर अच्छा असर पड़ेगा और बहुत मुमकिन है कि दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में दखल कम होगा और विकास के रास्ते खुलेंगे। इलाक़े में हालात सही होंगे और हम इत्मीनान का साँस लेते हुए भविष्य की ओर बढ़ सकेंगे। 

लेबनान में जारी राजनैतिक गतिरोध और राष्ट्र्पति की नियुक्ति पर उन्होंने कहा कि हम बहुत देर तक इस हालत का सामना नहीं कर सकते। लेबनान का हालिया संकट कोई नई या ताज़ी बात नहीं है बल्कि इसके पीछे कई वर्षों की कमियां हैं जो आज इस रूप में हमारे सामने हैं। 

अरब जगत के एक और सामरी रूप से बेहद महत्वपूर्ण देश यमन पर भी इस ताज़ा दोस्ती के गहरे असर पड़ सकते हैं। 8 साल से अमेरिका और ज़ायोनी साज़िशों के नतीजे में सऊदी अतिक्रमणकारी गठबंधन के हमलों का सामना कर रहे यमन को उम्मीद है कि इस समझौते से यमन जंग को खत्म करने में मदद मिलेगी। 

प्रेसिडेंटिअल कौंसिल के मेंबर अब्दुल्लाह अल अलीमी ने उम्मीद जताई है कि सऊदी अरब और ईरान के बीच हुए इस समझौते के बाद यमन में जारी जंग को खत्म करने में मदद मिलेगी। अल मसदर ऑनलाइन की रिपोर्ट के मुताबिक़ अमेरिकी राजदूत से मुलाक़ात करते हुए सऊदी समर्थित प्रेसिडेंशियल कौंसिल के इस मेंबर ने कहा कि हमे सऊदी अरब पर भरोसा है और वह समय समय पर हमारे काम आता रहा है। 

वहीँ सऊदी समर्थित यमनी गुट के विपरीत यमन के वरिष्ठ विश्लेषकों का कहना है कि सऊदी ईरान समझौते का यमन जंग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। यमन के वरिष्ठ रक्षा विश्लेषक हसन अल बुख़ैती ने कहा कि इस समझौते का यमन संकट पर शायद ही कोई असर पड़े क्योंकि यमन युद्ध अमेरिका के इशारों पर शुरू किया गया है और जब तक अमेरिका न चाहे इसे रोका जाना मुमकिन नहीं है। 

हसन ने कहा कि हाँ इस समझौते ने अरब जगत में अमेरिका और इस्राईल की साज़िशों के नतीजे में फैलाए जा रहे ईरान फोबिया की हवा निकाल दी है।