AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : Parstoday
शुक्रवार

25 नवंबर 2022

6:31:20 pm
1326177

भारतीय गृह मंत्री का अजीब बयानः 2002 में सबक़ सिखाने के बाद से शांति है

भारत के गुजरात राज्य में 2002 में मुसलमानों का बड़े पैमाने पर क़त्लेआम किए जाने की घटना को याद दिलाते हुए इस देश के गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि 2002 में सबक़ सिखाने के बाद से शांति है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि गुजरात में पहले असामाजिक तत्व हिंसा में लिप्त होते थे और कांग्रेस उनका समर्थन करती थी, लेकिन 2002 में 'सबक सिखाने' के बाद, अपराधियों ने ऐसी गतिविधियां बंद कर दी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राज्य में 'स्थायी शांति' कायम की।

गुजरात सरकार और केन्द्रीय गृह मंत्रालय की स्वीकृति से कुछ ही हफ़्ते पहले बिलक़ीस बानो हत्य व बलात्कार मामलों के अपराधियों को भी छोड़ दिया गया था जबकि एक अन्य नरसंहार के दोषियों के परिवार के लोगों को भाजपा ने गुजरात विधान सभा चुनाव में टिकट दिया है और नरसंहार के अपराधियों के ज़रिए चुनाव प्रचार भी करवा रही है।

शाह ने राज्य में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले खेड़ा जिले के महुधा में भाजपा उम्मीदवारों के पक्ष में एक रैली की, उन्होंने आरोप लगाया, ''गुजरात में कांग्रेस के शासनकाल में 1995 से पहले, अक्सर साम्प्रदायिक दंगे होते थे, कांग्रेस विभिन्न समुदायों और जातियों के सदस्यों को एक-दूसरे के खिलाफ उकसाती थी, कांग्रेस ने ऐसे दंगों के जरिए अपने वोट बैंक को मजबूत किया और समाज के एक बड़े वर्ग के साथ अन्याय किया।

शाह ने दावा किया कि गुजरात में 2002 में दंगे इसलिए हुए क्योंकि अपराधियों को लंबे समय तक कांग्रेस से समर्थन मिलने के कारण हिंसा में शामिल होने की आदत हो गई थी। वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा लेकिन 2002 में सबक सिखाए जाने के बाद ऐसे तत्वों ने वह रास्ता छोड़ दिया, वे लोग 2002 से 2022 तक हिंसा से दूर रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने सांप्रदायिक हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर गुजरात में स्थायी शांति कायम की है।

342/