मोहम्मद रज़ा आरिफ ने परमाणु प्रौद्योगिकी के शांतिपूर्ण उपयोग पर जोर देते हुए 20,000 मेगावाट परमाणु बिजली परियोजना को राष्ट्रीय आवश्यकता बताया
ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद रज़ा आरिफ ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि इस्लामी गणतंत्र ईरान ने कभी भी परमाणु ऊर्जा के गैर-शांतिपूर्ण उपयोग का कार्यक्रम नहीं बनाया और न ही यह ईरान के राष्ट्रीय दृष्टिकोण में शामिल है।
उन्होंने कहा कि ईरान ने पिछले कई दशकों के दौरान व्यावहारिक रूप से साबित किया है कि उसका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह से शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। पश्चिमी देशों ने ईरान के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के संबंध में अनुचित और पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया, हालांकि इसके बावजूद ईरान ने परमाणु चिकित्सा और रेडियो फार्मास्यूटिकल्स के क्षेत्र में उल्लेखनीय सफलताएं प्राप्त कीं, जो इन गलत धारणाओं का प्रभावी जवाब हैं।
उपराष्ट्रपति ने ईरान की 20,000 मेगावाट परमाणु बिजली परियोजना का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिमी देशों ने राजनीतिक उद्देश्यों के तहत ईरान की परमाणु गतिविधियों को गलत रंग दिया, जबकि सच्चाई यह है कि ईरान का मक़सद केवल ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करना है। 2041 तक परमाणु बिजली उत्पादन को 20,000 मेगावाट तक बढ़ाना एक राष्ट्रीय जिम्मेदारी और देश की जरूरत है।
7 दिसंबर 2025 - 12:54
समाचार कोड: 1758589
उपराष्ट्रपति ने ईरान की 20,000 मेगावाट परमाणु बिजली परियोजना का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिमी देशों ने राजनीतिक उद्देश्यों के तहत ईरान की परमाणु गतिविधियों को गलत रंग दिया,
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