ग़ार्डियन अख़बार की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोप से लेकर लैटिन अमेरिका तक की यूनिवर्सिटियाँ और शैक्षणिक संस्थान ज़ायोनी अकादमिक संस्थानों पर फिलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ सरकार की कार्रवाइयों में शामिल होने के आरोपों के बाद उनसे रिश्ते तोड़ रहे हैं।
नॉर्वे, बेल्जियम, स्पेन, आयरलैंड, नीदरलैंड और ब्राज़ील की कई यूनिवर्सिटियों ने ऐलान किया है कि वह ज़ायोनी विश्वविद्यालयों के साथ अपने पुराने समझौतों और सहयोग को समाप्त कर रही हैं।
ताज़ा मामले में, एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी ने हिब्रू यूनिवर्सिटी ऑफ़ जेरूसलम के साथ स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम को ख़त्म कर दिया है और यूरोपीय सोशल एंथ्रोपोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन ने भी घोषणा की है कि अब वह ज़ायोनी विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग नहीं करेगा।
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