29 जून 2025 - 19:09
ज़बानी दीनदार

लेकिन जैसे ही किसी आज़माइश और इम्तेहान में पड़ते हैं दीनदार बहुत कम होते हैं। 

:امام حسین علیه السلام

إنَّ النّاسَ عَبيدُ الدُّنيا، وَ الدّينُ لَعقٌ عَلى ألسِنَتِهِم يَحوطونَهُ ما دَرَّت مَعايِشُهُم، فَإِذا مُحِّصوا بِالبَلاءِ قَلَّ الدَّيّانونَ؛

 [تحف العقول، ص245]

इमाम हुसैन अ.स.:

लोग दुनिया के बंदे हैं दीन का दम तभी तक भरते हैं जब तक उनकी दुनिया चलती रहे, लेकिन जैसे ही किसी आज़माइश और इम्तेहान में पड़ते हैं दीनदार बहुत कम होते हैं। 

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