तुर्की के राष्ट्रपति रजब तय्यब अर्दोग़ान ने अपने ही सैनिकों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए कई सैन्य अफसरों पर शिकंजा कस दिया है। अर्दोग़ान प्रशासन का कहना है कि उन्होंने सेना के भीतर गहरी साजिश पकड़ी है और अब उसी के तहत 63 अफसरों पर कार्रवाई शुरू की गई है जिनमें चार कर्नल भी शामिल हैं। इस्तांबुल के मुख्य लोक अभियोजक कार्यालय ने इन सभी के खिलाफ FETO से रिश्तों के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।
जिस संगठन से इन अफसरों के जुड़ाव की बात की जा रही है, वह फतहुल्लाह गुलेन का नेटवर्क FETO है। फतहुल्लाह गुलेन एक इस्लामी धर्मगुरु रहे हैं, जो पिछले दो दशकों से अमेरिका में स्वनिर्वासन में थे। तुर्की सरकार का आरोप रहा है कि गुलेन ने ही 2016 में तख्तापलट की साजिश रची थी। हालांकि गुलेन ने इन आरोपों को हमेशा नकारा है। अक्टूबर 2024 में अमेरिका में उनकी मौत हो चुकी है, लेकिन तुर्की में उनका नाम अब भी अस्थिरता का प्रतीक बना हुआ है।
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