अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से डॉलर को हटाने की कई देशों की मुहिम के बीच अब तालिबान ने भी डॉलर को हटाने की मुहिम मे जुडने का फैसला किया है। अफगानिस्तान के कार्यवाहक वाणिज्य मंत्री हाजी नूरुद्दीन अजीजी ने कहा है कि तालिबान रूस के साथ अपने अपने देश की करेंसी मे व्यापार करने की बातचीत कर रहा है।
अफगान अधिकारी ने यह भी कहा कि इस देश द्वारा चीनी सरकार के समक्ष इसी प्रकार का प्रस्ताव रखा गया था तथा काबुल स्थित चीनी दूतावास में इस संबंध में बातचीत भी हुई थी।
रूस और अफगानिस्तान के बीच राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग के मुद्दे पर दोनों देशों के विशेषज्ञो द्वारा अध्ययन किया जा रहा है।
काबुल और मास्को द्वारा द्विपक्षीय व्यापार में राष्ट्रीय मुद्राओं के उपयोग पर ध्यान केंद्रित करने का कारण एक ओर अफगान पक्ष की डॉलर तक बहुत सीमित पहुंच है, तथा दूसरी ओर रूस द्वारा डॉलर से यथासंभव दूरी बनाए रखने का प्रयास है।
अजीजी ने आगे कहा: "हम इस क्षेत्र में विशेष वार्ता में लगे हुए हैं।" अफगानिस्तान और रूस के बीच व्यापार की मात्रा 300 मिलियन डॉलर है, और काबुल रूस से पेट्रोलियम और प्लास्टिक उत्पादों की खरीद बढ़ाने का प्रयास कर रहा है।
आपकी टिप्पणी