17 मार्च 2025 - 17:07
मस्जिदों पर ताले और दूसरे समुदाय पर फूलों की वर्षा, मुसलमानों का दर्द छलका

जब कोई त्यौहार होता है तो सड़के खाली कार्रवाई जाती है, दुकानें बंद करवाई जाती है और स्वागत में फूल बरसाए जाते हैं, लेकिन जब हमारा रमजान है तो मस्जिदों और मदरसों पर ताले लगाए जा रहे हैं।

उत्तराखंड मे मुसलमानों के साथ हो रहे सरकारी भेदभाव पर मुस्लिम समाज का दर्द छलक उठा।  देहरादून में अब तक 31 मदरसों को सील कर दिया है। विकासनगर और सहसपुर क्षेत्र में मदरसों पर सबसे ज्यादा कार्रवाई हुई है। सील किए गए मदरसों की कार्रवाई  मे प्रशासन ने बिना रजिस्ट्रेशन वाले और कुछ खामियों के वजह से अवैध तौर पर चल रहे 31 मदरसों और एक मस्जिद को अब तक सील कर दिया है। 

 प्रशासन की इस कार्रवाही से मुस्लिम समुदाय के लोग खफा नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि प्रशासन जानबूझ कर मुसलमानों को टारगेट करने की एक तरफा कार्रवाई कर रहा है। 

मदरसों को सील करने से पहले कोई नोटिस नहीं भेजा गया है। हमने इस मामले में जिला आधिकारी से बात भी की थी और उन्होंने हमें विश्वास दिलाया था कि रमजान में कोई कार्रवाई  नहीं की जाएगी लेकिन उप-जिलाधिकारी ने बात का पालन नहीं किया। 

 जब कोई त्यौहार होता है तो सड़के खाली कार्रवाई जाती है, दुकानें बंद करवाई जाती है और स्वागत में फूल बरसाए जाते हैं, लेकिन जब हमारा रमजान है तो मस्जिदों और मदरसों पर ताले लगाए जा रहे हैं। मदरसों पर ताले बिना नोटिस के दिए जा रहे है, जो कि गलत और कानूनी तौर पर गलत है। मुसलमानों को केवल बलि का बकरा बनाया जा रहा है। 

आपकी टिप्पणी

You are replying to: .
टिप्पणीसंकेत
captcha