देश दुनिया में नए वायरस की दहशत के बीच महाराष्ट्र में गिलियन-बैरे-सिंड्रोम (GBS) ने दहशत पैदा कर दी है। हालांकि अब इसका प्रकोप कम होता दिखाई दे रहा है। इसे लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। देश के स्वास्थ्य राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने मंगलवार को राज्यसभा को बताया कि महाराष्ट्र में 3 मार्च तक गिलियन-बैरे-सिंड्रोम (GBS) के 224 मामले सामने आए और इसके कारण 12 मौतें हुईं।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने बताया कि रोगजनकों (पैथोजन) और प्रकोप का अध्ययन करने के लिए 2 जनवरी को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और तंत्रिका विज्ञान संस्थान (निमहंस) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) पुणे के विशेषज्ञों वाली केंद्रीय तकनीकी टीम को मौके पर भेजा गया था।
राज्यसभा में उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामले पुणे के विशिष्ट समूहों से सामने आए हैं, जिसमें नांदेड़ में अतिरिक्त मामले शामिल हैं। महामारी विज्ञान जांच के लिए इन क्षेत्रों को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि अध्ययन का उद्देश्य प्रकोप के सटीक स्रोत की पहचान करना था, जिसमें जल आपूर्ति प्रणालियों, जल स्रोतों और अन्य प्रासंगिक कारकों की गहन जांच की गई।
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