10 मार्च 2025 - 15:57
माहे रमज़ान मे क़ुरआन की तिलावत की फ़ज़ीलत

माहे मुबारके रमज़ान मे क़ुरआने करीम की एक आयात की तिलवात दूसरे महीनों

قال الامام الرضا عليه السلام

مَنْ قَرَأَ فى شَهْرِ رَمَضانَ ايَةً مِنْ كِتابِ اللّه ِ كانَ كَمَنْ خَتَمَ الْقُرْانَ فى غَيْرِهِ، مِنَ الشُّهُور

بحارالأنوار، ج 93، ص 346

इमाम रज़ा अ.स. 

माहे मुबारके रमज़ान मे क़ुरआने करीम की एक आयात की तिलवात दूसरे महीनों मे खत्मे क़ुरआन के बराबर है। 

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