इमाम काज़िम (अलैहिस्सलाम) ने फरमाया: "बेशक तुम्हारे जिस्म की कीमत जन्नत के सिवा कुछ नहीं है। इसलिए इसे जन्नत के अलावा किसी और चीज़ के लिए न बेचो।"
قالَ مُوسَى بنُ جَعفَر عليه السلام: اِنَّ اَبْدانَكم لَيْسَ لَها ثَمَنٌ اِلاَّ الْجَنَّةُ، فَـلاتَبيعُـوها بِغَيْـرِها.
