8 जनवरी 2025 - 10:09
टीटीपी से टकराव नहीं चाहते पाक आर्मी के जवान, नौकरी से दे रहे इस्तीफा

TTP के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने अपने हालिया बयान में साफ कहा है कि पाकिस्तानी सेना की असली ताकत उसकी कमाई है, जिसकी बदौलत वह पिछले 70 सालों से देश पर अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। खुरासानी ने चेतावनी दी है कि इन आय स्रोतों को खत्म करना TTP का असली मकसद है।

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान टीटीपी ने पाकिस्तान के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सेना से जुड़े संस्थानों और ठिकानों को निशान बनाने का ऐलान कर दिया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) और पाकिस्तानी सेना के बीच चल रहे संघर्ष ने अब एक नया मोड़ ले लिया है। खबरों के मुताबिक, TTP ने अब सीधे तौर पर सेना से जुड़ी कंपनियों और संस्थानों को निशाना बनाने का ऐलान कर दिया है। इस ऐलान के बाद पाकिस्तानी सेना के अंदर काफी डर का माहौल पैदा हो गया है, जिसके चलते बड़ी संख्या में सैनिक इस्तीफा दे रहे हैं। 

TTP के प्रवक्ता मोहम्मद खुरासानी ने अपने हालिया बयान में साफ कहा है कि पाकिस्तानी सेना की असली ताकत उसकी कमाई है, जिसकी बदौलत वह पिछले 70 सालों से देश पर अपनी पकड़ बनाए हुए हैं। खुरासानी ने चेतावनी दी है कि इन आय स्रोतों को खत्म करना TTP का असली मकसद है। 

खुरासानी ने कहा, "जो लोग सेना से जुड़ी कंपनियों में शेयर रखते हैं, वह तीन महीने के भीतर अपने शेयर बेच दें। अगर ऐसा नहीं किया गया तो उन्हें इसके नतीजे काफी बुरे होगा। 
इसके अलावा, सेना से जुड़े उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को भी धमकी दी गई है।  TTP ने कहा है कि दुकानदार अपने स्टॉक को दो महीने के अंदर खत्म कर लें और कोई अन्य विकल्प तलाशें, अन्यथा उन्हें नुकसान उठाना पड़ेगा।