26 दिसंबर 2024 - 12:47
आरिफ़ ने जान पर खेल कर बचाई 35 लोगों की जान

मेरी नाव पर सिर्फ़ चार लोग थे, लेकिन हमने अतिरिक्त नावों के आने से पहले ज़्यादा से ज़्यादा फंसे हुए यात्रियों को बचाने की कोशिश की। उनकी टीम लगभग 35 यात्रियों को बचाने में कामयाब रही

मुंबई गेटवे ऑफ इंडिया में 18 दिसंबर को नाव हादसे में 13 लोगों की जान चली गई। इस दौरान एक मुस्लिम शख्स हीरो बनकर सामने आया जिसने अपनी जान की फिक्र किए बिना कई लोगों की जान बचाई। पेशे से बोट ऑपरेटर आरिफ बामने ने 35 मुसाफिरों को डूबती हुई नांव से सुरक्षित बाहर निकाल दिया। 

मुंबई पोर्ट ट्रस्ट (एमबीपीटी) की पायलट बोट पूर्वा के चालक आरिफ बामने ने अनुभव बताते हुए कहा, "जब हम वहां पहुंचे, तो लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे और रो रहे थे, हमने महिलाओं और बच्चों को बचाने को प्राथमिकता दी। बामने और उनकी टीम जवाहरदीप से मुंबई जा रही थी, तभी उन्हें इस हादसे के बारे एक इमरजेंसी अलर्ट मिला। उन्हें तुरंत जेडी 5 के पास मौजूद स्थान पर पहुंचने का निर्देश दिया गया, और उन्होंने बिना किसी हिचकिचाहट के कार्रवाई की। 

बामने ने बताया, "हालांकि मेरी नाव पर सिर्फ़ चार लोग थे, लेकिन हमने अतिरिक्त नावों के आने से पहले ज़्यादा से ज़्यादा फंसे हुए यात्रियों को बचाने की कोशिश की। उनकी टीम लगभग 35 यात्रियों को बचाने में कामयाब रही, जिन्हें बाद में आगे की सहायता के लिए नौसेना की नावों में शिफ्ट कर दिया गया।