16 नवंबर 2024 - 16:11
पाखंडी और रियाकार की निशानियां

जब उसके पास कोई मौजूद हो तो खुद को अल्लाह की इताअत करने वाला और इस उद्देश्य में उतावलापन दिखाता है।

:قال رسول اللہ صلی الله علیه وآله

أمّا علامةُ المُرائِي فَأربَعةٌ

يَحرِصُ في العَمَلِ للّه إذا كانَ عِندَهُ أحَدٌ

و يَكسَلُ إذا كانَ وَحدَهُ

و يَحرِصُ في كُلِّ أمرِهِ على المَحمَدَةِ

.و يُحسِنُ سَمْتَهُ بِجُهدِه

تحف العقول، 22

रसूले इस्लाम अ.स. :

पाखंडी की चार निशानियां है। 

जब उसके पास कोई मौजूद हो तो खुद को अल्लाह की इताअत करने वाला और इस उद्देश्य में उतावलापन दिखाता है। 

जब अकेला हो तो अल्लाह की इताअत में सुस्ती करता है। 

हर काम में अपनी प्रशंसा और तारीफ चाहता है। 

अपने ज़ाहिर को हमेशा अच्छा बनाकर पेश करने की कोशिश करता है।