27 अप्रैल 2024 - 09:18
हक़ और बातिल की दूरी

वाय हो तुम पर क़ौसो क़ज़ह न कहो, क्योंकि कज़ह शैतान का नाम है, वह ईश्वर का धनुष हैं और नेमतों की अधिकता और उस क्षेत्र के लोगों के लिये बाढ़ से अमान की निशानी है।

एक शमी शख्स ने हक़ और बातिल के बीच दूरी, पूर्व और पश्चिम के बीच फासला समेत इमाम हसन (अस) से अनेक सवाल पूछे

जैसे

 ज़मीन एवं आसमान के बीच कितनी दूरी है?

पूर्व एवं पश्चिम के बीच कितना फ़ासला है?

क़ौसो क़ज़ह (इंद्रधनुष) क्या है?

वह कौन सा सोता है जिसपर काफ़िरों की आत्माएं रुकेंगी?

वह कौन सा सोता है जिसपर मोमिनी की आत्माएं ठहरेंगी?

मोअन्नस क्या है?

वह दस चीज़ें जो एक दूसरे से अधिक सख़्त है क्या हैं?

इमाम हसन (अस) ने जवाब में फ़रमाया:

हक़ और बातिल (सत्य और असत्य) के बीच चार उंगलियों का अंतर है। जो कुछ तुम अपनी आँखों से देखो वह सत्य और जो अपने कानों से सुनते हो उनमें से बहुत कुछ असत्य होता है

शामी ने कहाः सत्य है।

इमाम ने फ़रमायाः धरती और आसमान के बीच एक मज़लूम की फ़रियाद और आँखों के देखने की सीमा जितनी दूरी है और जो भी इसके अतिरिक्त तुमको बताए झूठ कहा है।

शामीः सही कहा आपने हे पैग़म्बर (स) के बेटे।

इमाम ने फ़रमायाः

पूर्व और पश्चिम के बीच सूर्य के एक दिन के चलने भर दूरी है जब देखते हो कि वह पूर्व से उगता है और पश्चिम में डूबता है।

शामी ने कहाः सही है, क़ौसो कज़ह (इन्द्रधनुष) क्या है?

इमाम ने फ़रमायाः वाय हो तुम पर क़ौसो क़ज़ह न कहो, क्योंकि कज़ह शैतान का नाम है, वह ईश्वर का धनुष हैं और नेमतों की अधिकता और उस क्षेत्र के लोगों के लिये बाढ़ से अमान की निशानी है।

और वह वादी जिस पर काफ़िरों की आत्माएं रुकेंगी उसको बरहूत कहते हैं और वह सोता जिसपर मोमिनो की आत्माएं ठहरेंगी वह चश्मा है जिसको सलाम कहा जाता है।

मोअन्नस वह है जिसके बारे में पता न हो कि वह नर है या मादा, और उसके बालिग़ होने की प्रतीक्षा की जाए कि अगर वह मर्द होगा तो स्वपनदोष होगा और अगर औरत होगी तो मासिक धर्म होगा, और उसका वक्ष स्थल उठ जाएगा और अगर यह निशानियां दिखाई न दें तो उसको आदेश दिया जाएगा कि दीवार पर पेशाब करे, अगर उसका मूत्र दीवार पर पहुंच गया तो वह नर है और अगर ऊँट के मूत्र की भाति नीचे गिर गया तो मादा है।

इमाम अस न फ़रमाया और वह दस चीज़ें जो एक दूसरे से अधिक सख़्त हैं वह यह हैं :

सबसे सख़्त चीज़ जो ईश्वर ने पैदा की वह पत्थर है

पत्थर से सख़्त, लोहा है जिससे पत्थर तोड़ा जाता है

लोहे से सख़्त आग है, जो लोहे को पिघला देती है

आग से सख़्त पानी है जो उसको बुझा देता है

पानी से सख़्त बादल है जो पानी को अपने साथ ले जाता है

बादल से सख़्त हवा है जो बादलों को इधर से उधर उड़ा देती है

हवा से सख़्त, वह फ़रिश्ता है जो हवा चलाता है

और उस फ़रिश्ते से सख़्त इज़राईल (मौत के फ़रिश्ते का नाम) है जो उस फ़रिश्ते को मौत देता है

मलकुल मौत से सख़्त, खुद मौत है जो मलकुल मौत को मार देती है

मौत से सख़्त, सारी अल्लाह का हुक्म है जो मौत को भी मार देता है।

शामी ने कहाः मैं गवाही देता हूँ कि आप वास्तव में अल्लाह के रसूल और अली के बेटे और ख़िलाफ़त के लिये मुआविया से अधिक योग्य हैं।

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(ख़ेसाल, बाब 10, हदीस 33, तोहफुल उक़ूल )