AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : ابنا
गुरुवार

15 फ़रवरी 2024

9:10:15 am
1437880

25 लाख फ़िलिस्तीनियों को कृत्रिम द्वीप पर क़ैद करने की साज़िश बेनक़ाब

इस द्वीप पर 25 हज़ार तंबू लगाए जाएंगे, जिनमें दस लाख लोगों के रहने की क्षमता होगी, जिससे फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों का मिस्र में आना जाना भी बंद हो जाएगा।

ज़ायोनी मीडिया के अनुसार, इस्राईल ने मिस्र और संयुक्त राज्य अमेरिका को विस्थापित फिलिस्तीनियों को ग़ज़्ज़ा के पास एक कृत्रिम द्वीप पर स्थानांतरित करने का प्रस्ताव दिया है।

फिलिस्तीन में जनसनहार मचा कर ग़ज़्ज़ा को नष्ट करने वाले ज़ायोनी अधिकारी फ़िलिस्तीनियों को ग़ज़्ज़ा के निकट एक कृत्रिम द्वीप पर ले जाना चाहते हैं जिसमें दस लाख लोगों के रहने की क्षमता होगी।

ज़ायोनी वेबसाइट के मुताबिक, रफह के नागरिकों को शिविरों में ले जाया जाएगा, जबकि बड़ी संख्या में ग़ज़्ज़ा के पास एक कृत्रिम द्वीप पर ले जाया जाएगा।

ज़ायोनी पत्रकार बारूक यदीद ने कहा है कि ज़ायोनी अधिकारियों के अनुसार, इस द्वीप पर 25 हज़ार तंबू लगाए जाएंगे, जिनमें दस लाख लोगों के रहने की क्षमता होगी, जिससे फ़िलिस्तीनी शरणार्थियों का मिस्र में आना जाना भी बंद हो जाएगा। योजना के अनुसार, द्वीप पर पानी, भोजन और अन्य सुविधाओं के लिए मिस्र जिम्मेदार होगा, जो संयुक्त राज्य अमेरिका के समर्थन से इसे पूरा करेगा।

दूसरी ओर, मिस्र की संसद के सदस्य अहमद अल-अवादी ने कहा है कि राष्ट्रपति अल-सीसी ने फिलिस्तीनी शरणार्थियों को मिस्र के नज़दीक नक़ब रेगिस्तान में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव दिया है।

उन्होंने रशिया टुडे को बताया कि मिस्र फिलिस्तीनियों को कृत्रिम द्वीप पर स्थानांतरित करने के संबंध में, इस्राईल की योजनाओं का विरोध करेगा, विशेष रूप से फिलिस्तीन से अफिलिस्तीनियों की निकासी का, जो मिस्र के संविधान, अरब देशों और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के खिलाफ है।

उन्होंने प्रस्तावित कृत्रिम द्वीप परियोजना का मज़ाक उड़ाते हुए कहा कि फ़िलिस्तीनी अपवित्र नहीं हैं कि उन्हें एक अलग द्वीप पर ले जाने की ज़रूरत है।