;قال امیر المؤمنين عليه السلام
ألعِلمُ سُلطانٌ، مَن وَجَدَهُ صالَ بِهِ وَ مَن لَم يَجِدهُ صيلَ عليه
غررالحکم، ص 47
अमीरुल मोमेनीन हज़रत अली अस
इल्म ताक़त है, सुल्तान है। जो इसे पा लेता है वह ग़ालिब आ जाता है और जो इसे हासिल न करे तो उस पर दूसरे ग़ालिब आ जाते हैं।