दारुल उलूम देवबंद के नाम से सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले फत्वों के बारे में 'दारुल उलूम देवबंद' ने कहा है कि सोशल मीडिया पर हमारा कोई आधिकारिक अकाउंट नहीं है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई ऐसे पेज हैं जो दारुल उलूम देवबंद का अधिकारिक पेज होने का दावा करते हैं। इस्लामी शिक्षण संस्था दारुल उलूम के मोहतमिम मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा है कि यह सारे पेज फर्जी हैं।
नोमानी ने कहा कि सोशल मीडिया पर दारुल उलूम के नाम से संचालित फर्जी खाते गलतफहमी और विवाद का कारण बनते हैं इसलिए वह फर्जी खातों का प्रबंधन करने वालों से अपील करते हैं कि वे इन्हें तुरंत बंद कर दें।