ब्रिक्स देशों की साझा मुद्रा को लेकर पुतिन ने बयान देते हुए कहा है कि इस मामले में हमे जल्दबाज़ी से बचते हुए बहुत सुनियोजित तरीके से आगे बढ़ना होगा। ब्रिक्स की संभावित मुद्रा के बारे में पुतिन ने कहा कि सदस्य देशों को बिना जल्दबाजी के धीरे-धीरे काम करने की जरूरत है। इन देशों की आबादी और संरचना को देखते हुए, यह एक दीर्घकालिक संभावना है और अगर इन मसलों पर विचार नहीं किया तो यूरोपीय संघ (ईयू) में एक मुद्रा लागू करते समय हुई समस्याओं से भी बड़ी समस्या होगी।
उन्होंने कहा कि ब्रिक्स की साझा मुद्रा के लिए अभी समय नहीं आया है। हालांकि उन्होंने कहा कि 10 देशों का यह समूह आपसी व्यापार और निवेश में डिजिटल मुद्राओं के उपयोग की संभावना तलाश रहा है और इसके लिए उनका देश भारत और अन्य देशों के साथ मिलकर इस दिशा में काम कर रहा है। उन्होंने ब्रिक्स सदस्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं के ताने-बाने और स्वरूप में अंतर के कारण नयी आरक्षित मुद्रा बनाने में सतर्क रुख अपनाने की वकालत की।