10 सितंबर 2024 - 17:00
रिज़्क व रोज़ी में बरकत का राज़।

हज़रत रसूल अल्लाह स. ने एक रिवायत में रिज़्क व रोज़ी में इज़ाफे के राज़ को बयांन किया हैं।

हज़रत रसूल अल्लाह स. ने एक रिवायत में रिज़्क व रोज़ी में इज़ाफे के राज़ को बयांन किया हैं।

इस रिवायत को "आलामुद्दीन,, फी सिफाते मोमिनीन" पुस्तक से लिया गया है। इस कथन का पाठ इस प्रकार है:

:قال رسول اللہ صلى الله عليه و آله

أكثِرُوا مِنَ الصَّدَقَةِ تُرزَقُوا

हज़रत रसूल अल्लाह स. ने फरमाया:

कसरत से सदका दो ताकि तुम्हारी रोज़ी में इज़ाफा हो।