14 फ़रवरी 2021 - 15:55
ईरान व रूस के सैनिकों का संयुक्त अभ्यास, ईरान ने किया शक्ति प्रदर्शन

हबीबुल्लाह सय्यारी ने बल देकर कहा कि आज ईरान की सशस्त्र सेना हर प्रकार की चुनौती का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है

हिन्द महासागर के उत्तर में ईरान और रूस के मध्य समुद्री सैन्य अभ्यास के आयोजन के समन्वयकर्ता एडमिरल हबीबुल्लाह सय्यारी ने इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इस सैन्य अभ्यास का आयोजन सशस्त्र सेना की शक्ति का सूचक है।

एडमिरल हबीबुल्लाह सय्यारी ने पत्रकारों से वार्ता में ईरानी और रूसी सेना के मध्य संयुक्त रूप से आयोजित होने वाले दूसरे सैन्य अभ्यास की ओर संकेत किया और कहा कि जब ईरान, रूस की शक्तिशाली नौसेना के साथ सशस्त्र नौसेना और आईआरजीसी के साथ सैन्य अभ्यास आयोजित कर रहा है तो उसका एक स्पष्ट संदेश है।

इसी प्रकार उन्होंने कहा कि तकनीक, रणनीति, नियंत्रण, संपर्क और सैनिक संसाधनों आदि की दृष्टि से ईरान की सशस्त्र सेना दुनिया की आधुनिकतम हथियारों से लैस सेना के समान है। उन्होंने कहा कि इस संयुक्त सैन्य अभ्यास के आयोजन का उद्देश्य हिन्द महासागर के उत्तर में शांति की स्थापना है।

एडमिरल हबीबुल्लाह सय्यारी ने ईरान की इस्लामी क्रांति की सफलता के आरंभ से क्षेत्र से बाहर के विभिन्न देशों की ओर से चुनौतियों की ओर संकेत किया और स्पष्ट किया कि हमारे देश को इस्लामी क्रांति की सफलता के पहले  दिन से लेकर आजतक विभिन्न चुनौतियों का सामना रहा है और दुश्मनों ने इस संबंध में विभिन्न योजनाएं बनाएं कीं परंतु उन सबकी समस्त योजनाएं विफल हो गयीं।

एडमिरल सय्यारी ने दुश्मनों की योजनाओं व षडयंत्रों की विफलता के कारणों के बारे में कहा कि ईरान की इस्लामी व्यवस्था की ताक़त और ईरान की सशस्त्र सेना की प्रतिरोधक शक्ति दुश्मनों के षडयंत्रों की विफलता का कारण है।

उन्होंने कहा कि इस क्षमता व शक्ति को अधिक से अधिक करने के लिए हमें सदैव प्रयास करना और अध्ययन व शोध के माध्यम से विकास की दिशा में आगे बढ़ते रहना चाहिये।

उन्होंने बल देकर कहा कि आज ईरान की सशस्त्र सेना हर प्रकार की चुनौती का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।