गज़्ज़ा मे ज़ायोनी सेना के द्वारा किए जा रहे जनसंहार और गज़्ज़ा की अमानवीय नाकाबंदी को तोड़ने के लिए ग्रेटा थनबर्ग और उनके 11 साथी इंसानों की मदद के लिए एक खास मिशन पर हैं। ‘मैडलीन’ नाम का जहाज दवाएं, बच्चों का दूध, खाना और साफ पानी के उपकरण लेकर जा रहा है। यह सामान सीधे गज़्ज़ा के लोगों तक पहुंचाना है, जो ज़ायोनी सेना की नाकाबंदी के कारण वर्षों से बुनियादी जरूरतों से वंचित हैं।
गज़्ज़ा की ओर बढ़ते मैडलीन जहाज और उस पर सवार नोबेल विजेता ग्रेटा थनबर्ग की मौजूदगी ने अवैध राष्ट्र इस्राईल को चौंका दिया है। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ दुनियाभर में युवाओं को जगाने वाली ग्रेटा अब भूख से तड़प रहे फिलिस्तीनियों के लिए राहत मिशन पर निकल पड़ी हैं, लेकिन उनकी शांति की कोशिश ज़ायोनी शासन को नागवार गुजर रही है।
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