ईरान की सशस्त्र सेनाओं के प्रवक्ता जनरल अबुल फ़ज़्ल शिकारची ने इस सवाल के जवाब में कहा है कि ईरान, अमरीका के इस अपराध का जवाब देने में किसी तरह की जल्दबाज़ी नहीं करेगा।
उन्होंने कहाः हम बैठकर विचार करेंगे, योजना बनायेंगे और अमरीका की इस आतंकवादी कार्यवाही का पूरी ताक़त से मुंह तोड़ जवाब देंगे।
जनरल शिकारची ने चेतावनी देते हुए कहा कि अमरीका को यह समझ लेना चाहिए कि ईरान और इस्लामी प्रतिरोध इन आतंकवादी कार्यवाहियों के सामने झुकने वाला नहीं है।
इस बीच, आईआरजीसी के डिप्टी कमांडर जनरल अली फ़दवी ने जनरल सुलेमानी के ख़ून का बदला लेने के बारे में कहाः अमरीकियों को इस ख़ून की भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी, और इसका बदला केवल ईरान नहीं लेगा। यह बात सही है कि जनरल सुलेमानी आईआरजीसी के कमांडर थे, लेकिन प्रतिरोधी मोर्चा एक बड़े भौगोलिक क्षेत्रफल पर फैला हुआ है, जो सही समय और सही जगह पर इसका कड़ा बदला लेने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, जैसा कि जनरल नक़दी ने धमकी दी है कि अमरीकी सैनिक जितने जल्दी हो सके इस इलाक़े से निकल जायें या अपने लिए कफ़न और ताबूतों का पहले से ही ऑर्डर देकर रखें।