3 जनवरी को तड़के क़रीब 1 बजकर 40 मिनट पर बग़दाद एयरपोर्ट के निकट अमरीकी ड्रोन विमान के हमले में आईआरजीसी की क़ुद्स फ़ोर्स के कमांडर मेजर जनरल क़ासिम सुलेमानी, अल-हशदुश्शाबी के डिप्टी कमांडर अबू मेहदी अल-मोहंदिस और उनके कई साथी शहीद हो गए थे।
बग़दाद के काज़मैन इलाक़े में ईरानी और इराक़ी शहीदों की शव यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल होकर लोग अमरीका के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करते हुए देश से अमरीकी सैनिकों को बाहर निकाल फेंकने की मांग कर रहे हैं।
इराक़ के प्रधान मंत्री आदिल अब्दुल मेहदी समेत इराक़ के क़रीब सभी वरिष्ठ नेता और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी जनरल सुलेमानी और जनरल अल-मोहंदिस की शव यात्र में शामिल हुए।
बग़दाद के बाद, शहीदों के शवों को इराक़ के पवित्र शहर कर्बला ले जाया जाएगा और उसके बाद पवित्र शहर नजफ़ में उनकी शव यात्रा निकाली जाएगी।
रविवार को ईरानी शहीदों के शव ईरान लाए जायेंगे, जहां ईरान के पवित्र शहर मशहद और राजधानी तेहरान में शव यात्रा निकाली जाएगी।
बग़दाद में शहीदों की शव यात्रा में शामिल लोगों ने हाथों में जनरल सुलेमानी और शहीद अल-मोहंदिस के तस्वीरें उठा रखी हैं। उनके हाथों में ऐसी तख़्तियां भी हैं जिन पर अमरीका, सऊदी अरब और इस्राईल के ख़िलाफ़ नारे लिखे हुए हैं।