AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
शुक्रवार

3 जनवरी 2020

5:29:16 pm
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कड़ा प्रतिशोध अपराधियों की प्रतीक्षा में हैः वरिष्ठ नेता

वरिष्ठ नेता ने कहा कि जनरल क़ासिम सुलैमानी के वर्षों के अनवरत प्रयासों का प्रतिदान शहादत थी और उनके चले जाने से उनका मार्ग न तो रुकेगा और नहीं ही बंद होगा।

ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता आयतुल्लाहिल उज़्मा सैयद अली ख़ामनेई ने जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत पर सांत्वना देते हुए बल देकर कहा है कि कड़ा प्रतिशोध उन अपराधियों की प्रतीक्षा में है जिन्होंने अपना हाथ जनरल क़ासिम सुलैमानी और गत रात्रि दूसरे शहीदों के खून से रंगीन किया है।

वरिष्ठ नेता ने आज सुबह अपने संदेश में कहा कि जनरल क़ासिम सुलैमानी ने वर्षों पूरी निष्ठा और बहादुरी व साहस के साथ विश्व के शैतानों से संघर्ष किया और वह ईश्वर की राह में शहादत की आकांक्षा करते थे और उनके प्रयासों ने अंततः उन्हें शहादत के उच्च स्थान तक पहुंचा दिया। वरिष्ठ नेता ने कहा कि जनरल क़ासिम के वर्षों के अनवरत प्रयासों का प्रतिदान शहादत थी और उनके चले जाने से उनका मार्ग न तो रुकेगा और नहीं ही बंद होगा।

इसी प्रकार वरिष्ठ नेता ने कहा कि जनरल सुलैमानी प्रतिरोध के अंतरराष्ट्रीय नायक हैं और प्रतिरोध से प्रेम करने वाले उनके खून का बदला लेकर रहेंगे। वरिष्ठ नेता ने स्पष्ट किया कि सभी दोस्त और सभी दुश्मन भी जान लें कि जेहाद व प्रतिरोध का मार्ग और अधिक गति व शक्ति से जारी रहेगा और निश्चित विजय इस मुबारक रास्ते के मुजाहिदों की प्रतीक्षा में है।

ईरान की इस्लामी क्रांति के वरिष्ठ नेता ने बल देकर कहा कि त्याग और बलिदान देने वाले कमांडर की कमी हमारे लिए कठिन व कटु है परंतु संघर्ष का जारी रहना और अंतिम विजय का मिल जाना हत्यारों और अपराधियों के लिए कड़वा होगा।

वरिष्ठ नेता ने इसी प्रकार कहा कि ईरानी राष्ट्र जनरल क़ासिम सुलैमान और दूसरे शहीदों विशेषकर इस्लाम के बड़े संघर्षकर्ता व मुजाहिद अबू मेहदी अलमोहन्दिस को याद रखेगा और मैं तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा करता हूं।

ज्ञात रहे कि अमेरिका के सैनिक हेलीकाप्टर ने शुक्रवार की सुबह इराक़ की राजधानी बग़दाद में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट स्वयं सेवी बल हश्दुश्शाबी के कारवां पर राकेट से हमला किया जिसमें ईरान की इस्लामी क्रांति संरक्षक बल के कमांडर जनरल कासिम सुलैमानी और अबू मेहदी अलमोहन्दिस और हश्दुश्शाबी के कई जवान शहीद हो गये।