राष्ट्रपति डाक्टर हसन रूहानी ने इस्लामी क्रांति के संरक्षक बल सिपाहे पासदारान के कमांडर जनरल क़ासिम सुलैमानी की शहादत पर सांत्वना देते हुए कहा कि निः संदेह इस ख़तरनाक अपराध का प्रतिशोध ईरान की महान जनता और क्षेत्र के दूसरे स्वतंत्र देशों की जनता अमेरिका से लेकर रहेगी।
राष्ट्रपति रूहानी ने अपने शोक संदेश में लिखा है कि जनरल क़ासिम सुलैमानी और उनके साथ कुछ दूसरे विशेषकर महान मुजाहिद अबू मेहदी अलमोहन्दिस की शहादत ने ईरानी और क्षेत्रीय राष्ट्रों को दुःखी कर दिया है और अमेरिका के मुकाबले और इस्लामी मूल्यों की रक्षा में ईरानी राष्ट्र और क्षेत्रीय राष्ट्रों के संकल्प को दोगुना कर दिया है।
इसी प्रकार राष्ट्रपति के शोक संदेश में आया है कि यह कायरतापूर्ण कार्यवाही क्षेत्र में अमेरिका की अक्षमता और बौखलाहट को दर्शाती है।
इसी प्रकार इस शोक संदेश में आया है कि अमेरिका का यह अपराध ईरानी और क्षेत्रीय राष्ट्रों की अमेरिका से नफरत में और वृद्धि का कारण बनेगा और उसके काले पृष्ठों के इतिहास में एक और पृष्ठ की वद्धि हो गयी है।
इस शोक संदेश में राष्ट्रपति ने आशा जताई और लिखा है कि मुझे पूरा विश्वास है कि शहीदों का प्रतिष्ठित और प्रतिरोध का ध्वज लहरायेगा और उनका मार्ग अधिक शक्ति व गति से जारी रहेगा।