AhlolBayt News Agency (ABNA)

source : parstoday
शुक्रवार

3 जनवरी 2020

5:15:00 pm
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जनरल सुलैमानी की शहादत, इराक़ में हंगामा, अमरीकी सैनिकों को बाहर निकालने के लिए संसद की अपात बैठक, अमरीका से संबंध खत्म करने की

इराक़ के पूर्व प्रधानमंत्री नूरी मालेकी की पार्टी " अद्दावा" ने इराक़ की सरकार से मांग की है कि वह अमरीकी सरकार से हर प्रकार का संबंध तोड़ ले क्योंकि उसने जनरल सुलमानी और अबू मेहदी अलमुहंदिस की हत्या को खुल कर स्वीकार किया है।

 अपने एक बयान में " अद्दावतुल इस्लामिया" ने कहा है कि क़ासिम सुलैमानी और अबू मेहदी अलमुहन्दिस की हत्या ने पूरे क्षेत्र पर क़ब्ज़ा जमाने की अमरीकी नीतियों को स्पष्ट कर दिया है।

     बयान में कहा गया है कि हम इराक़ी सरकार से मांग करते हैं कि वह इस बड़ी घटना के अनुसार क़दम उठाए और अमरीका के साथ संबंधों पर पुनर्विचार करे क्योंके उसने इस अपराध को औपचारिक रूप से स्वीकार किया है।

     इस पार्टी ने अपने बयान में बल दिया है कि इस अपराध से यह साबित हो गया कि अमरीकी, इराक़ की संप्रभुता का सम्मान नहीं करता और इराक़ियों और उनके मददगारों का खून बहाने में तनिक भी संकोच नहीं करता और अमरीकी सैनिकों का व्यवहार ऐसा मानो इराक़ अब भी उनके क़ब्ज़े में है।

     इसी मध्य इराक के उप संसद सभापति हसन अलकाबी ने संसद की अपातकालीन बैठक की मांग की है ताकि इराक़ से अमरीकी सैनिकों को बाहर निकालने पर चर्चा हो सके।

     उन्होंने कहा है कि इराक़ में अमरीकी साम्राज्य पर अंकुश लगाने का समय आ गया है।

     उन्होंने कहा कि शनिवार को संसद की बैठक में इराक़ में अमरीका पर अंकुश लगाए जाने पर चर्चा होगी।

     इराक़ के डिप्टी स्पीकर ने कहा कि अलमुहन्दिस और सुलैमानी की हत्या, केवल इन दोनों हस्तियों की हत्या नहीं है बल्कि यह इराक़ी प्रतिरोध की भावना को निशाना बनाना है।

     इराक़ के अंतरिम प्रधानमंत्री आदिल अब्दुल मेहदी ने शुक्रवार को संसद की अपात बैठक बुलाई ताकि इराक़ में अमरीका की सैन्य उपस्थिति पर चर्चा की जाए।

     कहा जा रहा है कि इराक़ी संसद की अपातकालीन बैठक में इराक़ से अमरीकी सैनिकों के निष्कासन और इराक़ व अमरीका के मध्य सुरक्षा समझौते को निरस्त किये जाने पर चर्चा होगी।

     सन 2008 ईसवी में इराक़ और अमरीका ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे जिनमें इराक़ से अमरीकी क़ब्ज़े के अंत के बाद दोनों देशों के मध्य सहयोग की शैली का वर्णन था।

      इराक़ पर सन 2003 से आरंभ होने वाला अमरीकी क़ब्ज़ा सन 2011 में खत्म हो गया था किंतु अब भी इराक़ के विभिन्न क्षेत्रों में मौजूद अमरीकी छावनियों में 5000 से अधिक अमरीकी सैनिक मौजूद हैं।  

          यह सैनिक, आतंकवादी संगठन दाइश के खिलाफ बने अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के सदस्य के रूप में इराक़ में तैनात हैं। इस गठबंधन के जर्मन कमांडर ने अपने सैनिकों को आदेश दिया है कि वह अपनी छावनी तक सीमित रहें और किसी भी प्रकार के अभियान का हिस्सा न बनें।

     अमरीका ने ईरान के क्रांति संरक्षक बल आईआरजीसी के कुद्स ब्रिगेड के कमांडर, जनरल क़ासिम सुलैमानी की 3 जनवरी तड़के, बगदाद एयरपोर्ट के निकट एक हवाई हमले में हत्या कर दी।

     ईरान में तीन दिन के शोक का एलान कर दिया गया है और ईरान ने अमरीका से बड़ा बदला लेने की घोषणा की है।