" यहया अबूज़करिया" ने कहा है कि " सैयद हसन नसरुल्लाह बहुत महान हैं अगर वह पश्चिम में होते तो ईसाई, उन्हें पवित्र " संत " मानते।
उन्होंने ट्वीट किया है कि " मुझ से पूछा गया कि हसन नसरुल्लाह के बारे में आप की क्या राय है? तो मैंने कहाः वह महान आदमी हैं, अगर यहूदियों में होते तो वह उन्हें अपना नेता चुन लेते, अगर पश्चिम में होते तो लोग उन्हें संत मानते और अगर वह बौद्धों में होते तो उन्हें पवित्र आत्मा समझा जाता लेकिन वह उन अरबों के बीच में हैं जिन्हों ने हसन नसुरल्लाह के पूर्वज हज़रत अली को मार डाला और इमाम हुसैन का सिर काट लिया, अरब अपमान व तुच्छता चाहते हैं महानता व सम्मान नहीं। "
अल्जीरिया के इस बुद्धिजीवी ने लिखा है कि जब सैयद हसन नसरुल्लाह दक्षिणी लेबनान में ज़ायोनियों और तकफीरी आतंकवादियों के खिलाफ युद्ध में शामिल थे, लेबनान में वह लोग उन्हें बुरा भला कह रहे थे जो स्वंय राष्ट्रीय खज़ाने की लूट में व्यस्त थे जबकि हसन नसरुल्लाह लेबनान की प्रतिष्ठा और सम्मान की रक्षा कर रहे थे।
याद रहे सैयद हसन नसरुल्लाह, इस्लामी जगत में बेहद लोकप्रिय हैं किंतु अरब शासक, चूंकि अमरीका व इस्राईल के चंगुल में हैं इस लिए वह उन पर तरह तरह के आरोप लगाते हैं और हिज़्बुल्लाह को कमज़ोर करने की कोशिश में रहते हैं।