हिस्पान टीवी की रिपोर्ट के अनुसार रूस के उप विदेशमंत्री सर्गेई वरशनीन ने एक प्रेस कांफ़्रेंस में कहा कि मास्को, वाशिंग्टन से मांग करता है कि वह सीरिया पर अपने अतिग्रहण को समाप्त करे।
रूसी उप विदेशमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में अमरीकी सैनिकों की ग़ैर क़ानूनी उपस्थिति के कारण इराक़ और सीरिया के बीच संपर्क टूट गया है। अमरीका ने सीरिया के हुम्स प्रांत के तनफ़ क्षेत्र के 55 वर्गकिलोमीटर क्षेत्र पर क़ब्ज़ा कर रखा है और आतंकवादी और सशस्त्र गुटों का मुक़ाबला करने के बहाने एक सैन्य अड्डा स्थापित कर रखा है।
उक्त क्षेत्र में रकबान कैंप भी है कि जिसे अमरीका शरणार्थी शिविर कहता है। यह ऐसी हालत में है कि दमिश्क़ ने बारम्बार घोषणा की है कि अमरीकी सैनिक और सरकार विरोधी सशस्त्र गुट इस क्षेत्र में शरणार्थियों को बंधक बनाए हुए हैं और उन्हें अपने घरों में जाने नहीं देते।
सीरिया संकट 2011 में सऊदी अरब, अमरीका और उसके घटकों के समर्थित आतंकवादी गुटों के हमलों से शुरु हुआ है। सीरिया पर इस हमले का लक्ष्य, क्षेत्र के संतुलन को ज़ायोनी शासन के हक़ में परिवर्तित करना है।