फ़िलिस्तीन में 1994 के बाद से पहली बार सऊदी अरब से अलग दिन ईद मनाई जा रही है।
समाचार एजेन्सी एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार इस हवाले से सोशल मीडिया पर कुछ फ़िलिस्तीनी नागरिकों ने कहा कि यह फ़ैसला शायद अमरीका की ओर से डील आफ़ सेन्चुरी योजना पेश करने की वजह से राजनैतिक परिधि में लिया गया है।
फ़िलिस्तीनी अधिकारियों की ओर से ईदुल फ़ित्र के बारे में इस प्रकार की बात पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बैतुल मुक़द्दस और अन्य फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों में मुफ़्तियों ने सरकारी मीडिया पर सोमवार 3 जून को पुष्टि की थी कि ईद का चांद नज़र नहीं आया और ईद 5 जून को मनाई जाएगी।
ज्ञात रहे कि सऊदी अरब में ईदुल फ़ित्र मंगलवार को मनाई गयी थी जबकि ईरान में आज मनाई जा रही है।
बैतुल मुक़द्दस में सुप्रिम इस्लामिक काउंसिल के प्रमुख अकरमा साबेरी ने कहा कि 1994 में फ़िलिस्तीनी प्रशासन के गठन के बाद यह पहली बार है कि सऊदी अरब से अलग दिन पर ईद मनाई जा रही है।
उन्होंने उक्त अंतर का ब्योरा देते हुए कहा कि फ़िलिस्तीन में हमारे पास सऊदी अरब जैसे उपकरण नहीं हैं और हमारे देश की भौगोलिक स्थिति की वजह से चांद देखने में मदद नहीं मिलती।
अकरमा साबेरी ने राजनैतिक मामलों के दावे को रद्द करते हुए कहा कि सऊदी अरब के निकट घटक देश मिस्र में भी आज ही ईद मनाई जा रही है।
कुछ फ़िलिस्तीनी नागरिकों ने सोशल मीडिया पर इस बारे में कहा कि अलग ईद मनाने का फ़ैसला एक संदेश था।
फ़ेसबुक पर एक यूज़र अली मावज़ी ने इस फ़ैसले का समर्थन किया और कहा कि अमरीका की इस डील आफ़ सेन्चुरी के वर्तमान वातावरण में जो लोग इसका विरोध विरोध कर रहे हैं वह ग़लत हैं।