इमरान ख़ान ने कहा कि यदि ईरान से सहयोग में प्रतिबंधों की दृष्टि से कोई रुकावट नहीं आ रही है तो पाकिस्तान तत्काल गैस पाइपलाइन के उस भाग का निर्माण पूरा करेगा जिसका निर्माण इस्लामाबाद सरकार की ज़िम्मेदारी है।
इमरान ख़ान ने कहा कि ईरान पर लगे प्रतिबंध इस्लामाबाद के रास्ते की सबसे बड़ी रुकावट हैं और इसी वजह से इस्लामाबाद गैस पाइपलाइन परियोजना को पूरा नहीं कर पा रहा है। यदि इस में रुकावट न हो तो हम तत्काल तेहरान से गैस ख़रीदने की इस परियोजना को पूरा करेंगे।
इमरान ख़ान के इस बयान से यह संदेश जाता है कि पाकिस्तान राष्ट्रीय हित के महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में निर्णय लेने में स्वाधीन नहीं है।
इमरान ख़ान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने से पहले नवाज़ शरीफ़ सरकार पर आरोप लगाते थे कि वह निर्णय करने में स्वाधीन नहीं है।
पाकिस्तान को ऊर्जा के क्षेत्र में गंभीर संकट का सामना है और बिजली का संकट पूरे देश को परेशान किए हुए है। पाकिस्तान में लोड शेडिंग का मुद्दा गंभीर मुद्दा है। देश की जनता चाहती है कि सरकार राष्ट्रीय हितों के मामले में स्वाधीनता से फ़ैसला करे और अमरीका तथा अन्य पश्चिमी देशों को हस्तक्षेप करने या दबाव डालने का अवसर न दे।
पीपल्ज़ पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ज़रदारी ने कहा है कि ईरान गैस पाइपलाइन परियोजना के मामले में पाकिस्तान यदि अमरीका के दबाव में आता है तो इसका कोई औचित्य नहीं है विशेषकर इसलिए भी कि जब 2008 में इस परियोजना की शुरुआत की गई तो ईरान पर प्रतिबंध नहीं लगे थे।
इमरान ख़ान अमरीका और यूरोप से अनुमति लेने की बात ऐसी स्थिति में कर रहे हैं कि जब अमरीकी नीतियों पर अमल करने की वजह से पाकिस्तान को भारी नुक़सान उठाना पड़ा है। खुद इमरान ख़ान कहते हैं कि पाकिस्तान ने अमरीका की लड़ाई लड़ी और उसे भारी क़ीमत चुकानी पड़ी।