पाकिस्तानी प्रधान मंत्री इमरान ख़ान ने ईरान का हालिया दौरा करने के कुछ हफ़्तों के भीतर कहा है कि उनका देश उस पाइप लाइन के निर्माण को पूरा करने में रूचि रखता है जिसके ज़रिए ईरान से प्राकृतिक गैस की आपूर्ति होगी।
स्थानीय मीडिया में आयी रिपोर्ट के अनुसार, इमरान ख़ान ने संबंधित अधिकारियों को ईरान-पाकिस्तान गैस पाइप लाइन परियोजना को पूरा करने के विषय पर ताज़ा निर्देश जारी किए हैं। यह गैस पाइप लाइन परियोजना शांति पाइप लाइन के नाम से मशहूर है।
उन्होंने पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद क़ुरैशी को पाइप लाइन से संबंधित सभी मुद्दों को ईरान के साथ आपसी समझ व मसन्वय से हल करने के लिए ज़रूरी उपाय अपनाने पर बल दिया है।
पाकिस्तानी प्रधान मंत्री ने कहा कि तेहरान-इस्लामाबाद को मिल कर काम करना चाहिए और गैस के तय हुए मूल्य की समीक्षा और इस परियोजना को पूरा करें।
इमरान ख़ान ने ईरान के ख़िलाफ़ पाबंदियों को भी इस बड़ी परियोजना के पूरा होने के मार्ग में सबसे बड़ी रुकावट बताया।
ईरान ने 2 अरब डॉलर के निवेश से इस परियोजना में अपने हिस्से की पाइप लाइन का निर्माण पूरा कर लिया है जबकि पाकिस्तान अपने निर्धारित लक्ष्य से पीछे रह गया क्योंकि कार्यक्रमानुसार इस गैस पाइप लाइन से 2014 में गैस की आपूर्ति शुरु होने की योजना थी।
यह संयुक्त योजना 2010 में शुरु हुयी जिसके तहत ईरान से पाकिस्तान तक 1800 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन का निर्माण होना है। इस परियोजना के तहत ईरान पाकिस्तान को प्रतिदिन 2 करोड़ 15 घन मीटर गैस की आपूर्ति करेगा