भारत के विदेश सचिव विजय गोखले का कहना है कि मंगलवार को तड़के भारतीय युद्धक विमानों ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर चरमपंथियों के सबसे बड़े कैम्प पर बमबारी की।
भारत का दावा है कि पाकिस्तानी सीमा में चरमपंथी भारत के कई इलाक़ों में आत्मघाती हमलों की तैयारी कर रहे थे, लेकिन इस्लामाबाद उनके ख़िलाफ़ कोई कार्यवाही नहीं कर रहा था, इसलिए नियंत्रण रेखा पार हमला करना ज़रूरी हो गया था।
हालांकि पाकिस्तानी सेना ने हमले को महत्वहीन बताया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ़ ग़फ़ूर का कहना है कि यह हमला हड़बड़ाहट में किया गया है और जब पाकिस्तानी वायु सेना ने जवाबी कार्यवाही की तो भारतीय युद्धक विमान भाग निकले और वापस लौटते हुए बालाकोट के पास कुछ पेलोड गिरा गए।
ट्वीटर पर बमबारी के स्थान की तस्वीरें जारी करते हुए उन्होंने दावा किया कि भारतीय हमले में किसी तरह का कोई जानी व माली नुक़सान नहीं हुआ है।
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बताया कि भारतीय युद्धक विमानों ने ख़ैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत में बालाकोट के निकट बम गिराए। यह इलाक़ा कश्मीर में निंयत्रण रेखा से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
यह हवाई हमला 14 फ़रवरी को भारत प्रशासित कश्मीर के पुलवामा इलाक़े में सीआरपीएफ़ पर हुए आत्मघाती हमले के जवाब में किया है। इस चरमपंथी हमले में सीआरपीएफ़ के 42 जवान मारे गए थे।