ब्रिगेडियर जनरल मुहम्मद पाकपूर ने इस हमले में लिप्त लोगों की गिरफ़्तारी और उनके घरों को ध्वस्त करने की कार्यवाही का ब्योरा देते हुए बताया कि आत्मघाती हमलावर और इस आतंकी टीम के दो अन्य सदस्य पाकिस्तानी थे। उन्होंने बताया कि ईरान के गुप्तचर व ज़मीनी बलों ने धमाके में प्रयोग की गई गाड़ी के बारे में जानकारी हासिल करने के बाद आतंकी टीम की पहचान और गिरफ़्तारी का काम शुरू किया। आईआरजीसी के थल कमांडर ने बताया कि सुरक्षा बलों ने इस कार्यवाही में एक आतंकी महिला को पहचान कर गिरफ़्तार किया जिसके बाद स्पष्ट हुआ कि इस हमले में शामिल दो अन्य आतंकवादी पाकिस्तानी हैं।
ब्रिगेडियर जनरल मुहम्मद पाकपूर ने इस बात का उल्लेख करते हुए कि आईआरजीसी के बलों को ले जा रही बस पर आत्मघाती हमला करने वाला आतंकी, हाफ़िज़ मुहम्मद अली नामक एक पाकिस्तानी व्यक्ति था कहा कि इस आतंकी टीम के तीन अन्य सदस्य सीस्तान व बलोचिस्तान के थे जिनमें से दो को पकड़ा जा चुका है जबकि एक अन्य फ़रार है। उन्होंने कहा कि इस आतंकी टीम के पास बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद था और ये लोग इस्लामी क्रांति की सफलता की वर्षगांठ के दिन 11 फ़रवरी को आतंकी हमला करना चाह रहे थे लेकिन उस समय सफल नहीं हो पाए थे।