सीरिया में पवित्र स्थलों की पुनर्निर्माण समिति के इंजीनियरिंग विभाग ने दमिश्क़ स्थित हज़रत ज़ैनब (स) के पवित्र रौज़े की दीवारों की डिज़ाइनिंग की प्रतियोगिता का एलान किया है।
सीरिया में पवित्र स्थलों की पुनर्निर्माण समिति के इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख सैय्यद जवाद हाशमी फ़िशारकी का कहना है कि यह प्रतियोगिता पवित्र स्थलों की समिति, इस्लामी वास्तुकला केन्द्र और कुछ दाताओं के सहयोग से आयोजित की जा रही है, जिसका उद्देश्य हज़रत अली (अ) और हज़रत फ़ातेमा (स) की बेटी हज़रत ज़ैनब (स) के पवित्र रौज़े का पुनर्निमार्ण और सुन्दरीकरण है।
फ़िशारकी का कहना था कि हज़रत ज़ैनब (स) के पवित्र रौज़े की दीवारों का निर्माण कंक्रीट और कंक्रीट के ब्लॉक्स से किया गया है। इसलिए डिज़ाइन इस तरह से होना चाहिए कि उसे दोहराया जा सके।
उन्होंने बताया कि पवित्र रौज़े की मौजूदा दीवारों पर हरम की रक्षा करते हुए शहीद होने वालों शहीदों की तस्वीरें बनी हुई हैं, इसलिए वाल डिज़ाइनिंग में इन तस्वीरों के लिए उचित फ़्रेम को मद्देनज़र रखा जाना चाहिए।
सीरिया में पवित्र स्थलों की पुनर्निर्माण समिति के इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख के मुताबिक़, पवित्र रौज़े में दो प्रकार की दीवारें हैं, स्थायी और अस्थायी, इसलिए जो भी डिज़ाइन पेश किया जाए उसमें इन दोनों दीवारों को नज़र में रखा जाए।
फ़िशारकी का यह भी कहना था कि वाल डिज़ाइनिंग में इस्लामी ज्यामिति और वास्तुकला का ख़ास ख़याल रखा जाना चाहिए।
जो लोग इस प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं वह अपना प्रोजेक्ट 16 फ़रवरी तक डीडबल्यूजी फ़ाइल फ़ोरमेट में www.irac.ir वेबसाइट को भेज सकते हैं।